आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई के आफ़ीशियल ट्वीटर हैंडल से किए गए ट्वीट में लिखा गया है कि किसी भी जगह पर कोई भी संगठन या देश ज़ायोनी शासन का विरोध और उसके ख़िलाफ़ जंग करे तो हम उसका समर्थन करेंगे और यह कहने में हमें कोई हिचकिचाहट नहीं है।
आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई के एक ट्वीट में इससे पहले कहा जा चुका है कि ज़ायोनी शासन सरकारी आतंकवाद का नमूना है, जब से ब्रिटेन की इस्लाम और इंसान विरोधी नीतियों को लागू किया गया है फ़िलिस्तीन में ज़ायोनियों को सत्ता मिल गई है और यह शासन बच्चों, महिलाओं और पुरुषों को ज़िबह करके अपने लक्ष्य हासिल कर रहा है।
ट्वीट में आगे लिखा गया कि वेस्ट बैंक को भी बिल्कुल ग़ज़्ज़ा की तरह हथियारों से लैस किया जाना चाहिए, यही एक रास्ता है जिससे फ़िलिस्तीनियों की पीड़ा को कम किया जा सकता है।
इस्राईली प्रधानमंत्री बिनयामिन नेतनयाहू ने अपने ट्वीट में कहा कि आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई के ट्वीट में इस्राईल के ख़िलाफ़ जिस अंतिम हल की बात की जा रही है वह यहूदी राष्ट्र को मिटा देने वाले नाज़ी अंतिम समाधान की भांति है।
नेतनयाहू ने आगे लिखा कि उन्हें जान लेना चाहिए कि जो भी शासन इस्राईल को ध्वस्त करने की धमकी दे रहा है उसके सामने भी वही ख़तरा है।