विश्व में दिन-प्रतिदिन बढ़ते इस्लामोफ़ोबिया पर पाकिस्तान बहुत चिंतित है। इसी संदर्भ में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके इस्लामोफ़ोबिया का मुक़ाबला करने के उद्देश्य से जर्मनी सहित संसार के सभी देशों के साथ सहयोग पर तत्परता जताई है। इस बयान में कहा गया है कि धर्मों तथा संस्कृतियों के बीच संवाद के माध्यम से किसी सीमा तक इस्लामोफ़ोबिया का मुक़ाबला किया जा सकता है।
पाकस्तान के विदेशमंत्रालय के अनुसार जर्मनी में होने वाला जानलेवा हमला यह सिद्ध करता है कि अतिवाद की कोई सीमा नहीं है जो धर्म और राष्ट्र किसी को नहीं पहचानता। ज्ञात रहे कि पश्चिमी जर्मनी के हानाऊ नगर में की जाने वाली गोलीबार में 9 लोग मारे गए और 4 अन्य घायल हो गए।
जानकारों का कहना है कि यूरोप में हालिया अशांति का मुख्य कारण योरोप द्वारा इराक़ और सीरिया में आतंकवादी गुटों का समर्थन है। वर्तामन समय में दाइश के यूरोपीय आंतकी, यूरोप वापस आ रहे हैं।