स्पूतनिक न्यूज़ एजेन्सी ने लिखा है कि ट्रम्प की सेंचुरी डील में बैतुल मुक़द्दस पूरी तरह से इस्राईल को दे दिया गया है और फिलिस्तीनियों को यरुश्लम के निकट " अबूदीस" नामक एक कॉलोनी दी गयी है जिसे वह अपने भावी देश की राजधानी बना सकते हैं।
इस्राईली टीकाकार, ऊदीद ग्रानूत ने बल दिया है कि अमरीकी सरकार ने अरब सरकारों को सेंचुरी डील स्वीकार कराने के लिए बहुत परिश्रम किया है। क़तर के समाचार पत्र अलअरबीयुल जदीद ने लिखा है कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान को यह ज़िम्मेदारी सौंपी गयी है कि वह फिलिस्तीनी प्रशासन के प्रमुख महमूद अब्बास को सेंचुरी डील स्वीकार करने पर मजबूर करें।
सऊदी क्राउन प्रिंस बिन सलमान ने कहा है कि अगर फिलिस्तीन की राजधानी अबूदीस को बना दिया जाएगा तो कोई त्रासदी नहीं होने वाली। इस्राईली टीकाकार ने कहा है कि जिस तरह से बिन सलमान महमूद अब्बास को सेंचुरी डील स्वीकार करने पर तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं उससे यही पता चलता है कि उन्हें पहले से ही इस डील के विषयों का पता था।
रिपोर्टों में बताया गया है कि अबूदीस एक छोटा सा गांव है जिसे ज़ैतून के बागों की वजह से जाना जाता था लेकिन अब सऊदी अरब इस गांव को फिलिस्तीन की राजधानी बनाना चाहता है।
याद रहे ट्रम्प के इस अन्यायपूर्ण योजना का फिलिस्तीनियों और विश्व भर के मुसलमानों की ओर से विरोध किया जा रहा है।
अमरीका ने सऊदी अरब और उसकी मंडली को पहले से ही सहयोग के लिए तैयार कर लिया था।