सोमवार को आईआरजीसी की कुद्स ब्रिडेग के एक समारोह में इस ब्रिगेड के कमांडर ने कहा कि हम आज यहां इसलिए एकत्रित हुए हैं, ताकि शहीद होने वाले अपने कमांडर से यह वादा करें कि हम उनके मार्ग पर पूरी मज़बूती से अटल रहेंगे।
मेजर जनरल क़ा-आनी का कहना था कि दुश्मन में जंग के मैदान में शहीद जनरल सुलेमानी से दो दो हाथ करने का साहस नहीं था, इसीलिए उसने बहुत ही कायरता से उन्हें शहीद कर दिया।
उन्होंने कहाः हालांकि दुश्मन ने उन्हें बुज़दिली से मारा है, लेकिन हम और दुनिया भर में उनके चाहने वाले पूरी बहादुरी से और डंके की चोट पर दुश्मन को मारेंगे।
मेजर जनरल क़ा-आनी का कहना था कि हमारे दुश्मन सिर्फ़ ताक़त की ज़बान समझते हैं, इसलिए हमें मज़बूती के साथ उनके मुक़ाबले में डटे रहना होगा।
ग़ौरतलब है कि आईआरजीसी ने इराक़ में अमरीकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइल से हमला करके एलान किया था कि असली जवाबी हमला अभी बाक़ी है।