AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : parstoday
शुक्रवार

17 जनवरी 2020

3:14:44 pm
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आईआरजीसी के शक्तिशाली जवाब ने अमरीकी दबदबे को चकनाचूर कर दियाः वरिष्ठ नेता

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने आईआरजीसी की जवाबी कार्यवाही को अमरीका की बेइज़्ज़ती का कारण क़रार दिया और कहा कि यह कड़ा जवाब, अमरीकी की किसी हैसियत की भरपाई नहीं कर सकता और वह प्रतिबंध भी जिनकी आज अमरीकी की बात कर रहे हैं, अमरीका की धूल में मिली इज़्ज़त को बहाल नहीं सकते।

वरिष्ठ नेता ने तेहरान की केन्द्रीय नमाज़े जुमा के भाषण में हज़ारों की संख्या में मौजूद नमाज़ियों को संबोधित करते हुए जनरल क़ासिम सुलैमानी और उनके साथियों की शवयात्रा में लाखों की संख्या में जनता की उपस्थिति और अमरीका की छावनी एनुल असद पर आईआरजीसी के मुंहतोड़ हमले को दो अल्लाह का दिन, पाठ योग्य और निर्णायक क़रार दिया और कहा कि अल्लाह के दिनों को प्रभावित करने के प्रयासों में से एक परमाणु मामले को सुरक्षा परिशद में ले जाने के लिए तीन दुष्ट यूरोपीय देशों की धमकी थी।

वरिष्ठ नेता ने कहा कि अलबत्ता यह जवाबी हमला केवल एक सैन्य हमला नहीं था इससे बढ़कर आईआरजीसी ने अमरीका के मुंह पर जो ज़ोरदार तमाचा रसीद किया है उससे अमरीका का रोब और दबदबा चकनाचूर हो गया और दुनिया में उसकी साख और दबदबे को ऐसा नुक़सान पहुंचा जिसकी भरपाई नहीं की जा सकेती।

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने कहा कि आईआरजीसी के जवाबी हमले के बाद अमरीकी अधिकारी ईरान को कड़े प्रतिबंधों की धमकी दे रहे हैं किन्तु आईआरजीसी के मीज़ाइल हमले ने अमरीका की जो साख को नुक़सान पहुंचाया है और जिस प्रकार से उसका दबदबा चुकनाचूर हुआ है उसकी भरपाई कभी भी संभव नहीं है।

वरिष्ठ नेता ने यूक्रेन के विमान दुर्घटना की ओर संकेत करते हुए कहा कि विमान दुर्घटना बहुत ही कटु घटना थी और वास्तव में इसने हमारे दिलों को दुखी किया है, ईरान और अन्य देशों के प्रिय नागरिक इस दुर्घटना में बिछड़ गये और यह बहुत ही कटु घटना है, हम इन प्रिय लोगों के परिजनों को सांत्वना देते हैं। उनका कहना था कि विमान दुर्घटना से जितना हम दुखी हुए हैं, दुश्मन उतना ही ख़ुशहाल हुआ है। उनका कहना था कि इस दुर्घटना की जांच होनी चाहिए और साथ ही इस को सुनिश्चित बनाना होगा कि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटना न हो।

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने यह बयान करते हुए कि यूरोप, वास्तविक अर्थों में अमरीका के नौकर और ग़ुलाम हैं, कहा कि यूरोप ईरानी राष्ट्र को घुटने टेकने पर मजबूर करने का सपना देख रहे हैं, अलबत्ता जब उनका मालिक और स्वामी अर्थात अमरीका यह न कर सका तो इनकी क्या हैसियत है।

वरिष्ठ नेता ने कहा कि दुश्मन की वार्ता धोखा है और वार्ता की मेज़ पर बैठने वाले जेंटलमैन ही बग़दाद हवाई अड्डे पर आतंकवादी हमला करने वाले आतंकवादी हैं, उन्होंने केवल भेस बदल लिया है

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने अपना दूसरा ख़ुत्बा अरबी भाषा में दिया और अमरीका के आतंकवादी राष्ट्रपति के आदेश से एक त्यागी व निष्ठावान इराक़ी संघर्षकर्ता और ईरान के बहादुर और साहसी योद्धा जनरल क़ासिम सुलैमानी को शहीद किए जाने की ओर संकेत करते हुए कहा कि क्षेत्र का उज्जवल भविष्य, अमरीकी वर्चस्व से मुक्ति और ज़ायोनियों के क़ब्ज़े से फ़िलिस्तीन की स्वतंत्रता है  और राष्ट्रों के साहस और उनकी शक्ति से इस लक्ष्य की प्राप्ति को ज़्यादा से ज़्यादा निकट किया जाए। (AK)