उन्होंने बुधवार को मंत्रीमंडल की बैठक में कहाः "क्षेत्र में असुरक्षा से न सिर्फ़ एशिया और यूरोप बल्कि अमरीका के लिए भी ख़तरा है।"
डॉक्टर हसन रूहानी ने कहा कि आज क्षेत्र में अमरीकी फ़ोर्सेज़ को असुरक्षा का सामना है जो निकट भविष्य में योरोपीय सैनिकों के लिए भी ख़तरा बन सकती है।
उन्होंने कहाः "सुरक्षा को फिर से क़ायम करने के लिए हम चाहते हैं कि आप क्षेत्र से चले जाएं, जंग के ज़रिए से नहीं बल्कि बुद्धिमत्ता भरे क़दम के साथ।" उन्होंने आगे कहाः "इससे आपका भी भला होगा। उस मार्ग पर बढ़िए जिससे क्षेत्र सहित पूरी दुनिया का भला हो।"
ईरानी राष्ट्रपति ने बुधवार को उत्तरी और पश्चिमी इराक़ में अमरीकी छावनियों पर इस्लामी गणतंत्र के हमले का ज़िक्र किया, जो बग़दाद में 3 जनवरी को ईरानी कमान्डर जनरल शहीद सुलैमानी की अमरीका के ड्रोन हमले में हुयी हत्या के जवाब में हुआ था।
डॉक्टर रूहानी ने कहाः "जनरल सुलैमानी की शहादत का जवाब ज़रूर देंगे। सैन्य क्षेत्र में जवाब दिया जा चुका है।" उन्होंने कहा कि इराक़ के अंबार प्रांत में अमरीका की ऐनुल असद छावनी पर हमले से ज़ाहिर हो गया कि हम अमरीका के मुक़ाबले में चुप नहीं बैठेंगे, बल्कि उसके अपराध का ज़रूर जवाब देंगे।