AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : parstoday
रविवार

12 जनवरी 2020

4:13:26 pm
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जनरल सुलेमानी की हत्या के ऑप्रेशन को कैसे अंजाम दिया गया, इस्राईल की भूमिका का हुआ पर्दाफ़ाश

एनबीसी न्यूज़ ने अमरीकी हमले में जनरल सुलेमानी की हत्या से जुड़े कई नए रहस्योद्घाटन किए हैं।

इस नई रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि जनरल सुलेमानी की हत्या के लिए रची गई साज़िश में इस्राईली ख़ुफ़िया एजेंसियों ने अमरीकी सेंटकॉम की मदद की थी, जिसका मुख्यालय क़तर में स्थित है।

इस्राईली जासूसों ने दमिश्क़ एयरपोर्ट पर सीआईए को आईआरजीसी की क़ुद्स फ़ोर्स के कमांडर मेजर जनरल क़ासिम सुलेमानी को बग़दाद ले जाने वाले विमान के बारे में जानकारी दी थी, जहां उन्हें इराक़ी प्रधानमंत्री आदिल अब्दुल मेहदी और अन्य अधिकारोयों से मुलाक़ात करनी थी।

रिपोर्ट में इस योजना सीधी जानकारी रखने वाले अमरीका के दो अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि "इस्राईल की ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद ने 3 जनवरी को जनरल सुलेमानी के विमान के बारे में जानकारी की पुष्टि करने में मदद की थी।"

"जैसे ही चाम विंग्स एयरलाइंस की ए-320 फ़्लाइट बग़दाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी, वहां मौजूद जासूरों ने, जिनमें अमरीकी सैनिक भी शामिल थे, उनके विमान से उतरने और एयरपोर्ट छोड़ने की जानकारी ऑप्रेशन रूम को उपलब्ध करवाई।"

"इस जानकारी के तुरंत बाद तीन अमरीकी ड्रोन विमानों ने इराक़ी वायु सीमा के उल्लंघन की कोई परवाह किए बग़ैर उड़ान भरी, हर ड्रोन 4 हैलफ़ायर मिसाइलों से लैस था।"

अमरीका के कई अधिकारियों ने इराक़ी स्वयं सेवी फ़ोर्स हशदुश्शाबी के डिप्टी कमांडर अबू मेहदी अल-मोहंदिस को सीढ़ियों से चढ़कर विमान के गेट पर पहुंचते हुए देखा, जहां उन्होंने विमान से बाहर आने वाले जनरल सुलेमानी का स्वागत किया।

सीआईए प्रमुख जिना हसपेल वर्जीनिया में एजेंसी के मुख्यालय से इस ऑप्रेशन की निगरानी कर रही थीं। अमरीका के रक्षा मंत्री मार्क एसपर एक दूसरे स्थान से इस आतंकवादी ऑप्रेशन पर नज़र रखे हुए थे। उस समय अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प फ्लोरिडा में थे।

एयरपोर्ट पर मौजूद जासूसों ने देखा कि दोनों कमांडर सिडान में सवार हुए और बाक़ी लोग एक मिनी वैन मे बैठ गए।            

रिपोर्ट में कहा गया है कि अमरीकी ड्रोन ने हवाईअड्डे से बाहर निकल रहे जनरल सुलेमानी के क़ाफ़िले का पीछा करना शुरू कर दिया, जबकि सिग्नल विशेषज्ञों ने अपनी पहचान की पुष्टि करने के लिए टारगेट्स के सेलफ़ोन पर होन करने की मांग की।

इस पूरे ऑप्रेशन को कंट्रोल करने वाले क़तर स्थित अमरीकी सेना के मुख्यालय ने कारों में बैठे हुए व्यक्तियों की पहचान की पुष्टि करते हुए ऑप्रेशन को आगे बढ़ाया।

जो लोग आसपास थे, उन्होंने ड्रोन से फ़ायर होते हुए मिसाइलों को और दोनों गाड़ियों को आग के गोले में बदलते हुए देखा। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल मिलाकर 4 मिसाइल फ़ायर किए गए।

अधिकारियों ने एनबीसी न्यूज़ को बताया कि ऐसा नहीं है कि जो ड्रोन गाड़ियों का पीछा कर रहे उनकी कोई आवाज़ नहीं थी, लेकिन बग़दाद जैसे शहर में उनकी आवाज़ आसानी से पहचानी नहीं जाती है।

जासूसों का कहना है कि वह पिछले कई दिनों से पूरे क्षेत्र में ईरानी कमांडर की गतिविधियों की बारीकी से निगरानी कर रहे थे।

9 जनवरी को, इराक़ के दो सुरक्षा अधिकारियों ने रॉयटर्स को बताया था कि वे बग़दाद हवाई अड्डे पर संदिग्ध अमरीकी जासूसों की भूमिका की जांच कर रहे हैं।

दूसरी ओर, सीरियाई ख़ुफ़िया अधिकारियों का कहना है कि वे चाम विंग्स एयरलाइंस के दो कर्मचारियों से पूछताछ कर रहे हैं।