AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : parstoday
शनिवार

11 जनवरी 2020

3:58:37 pm
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3 जनवरी को बग़दाद में ईरानी और इराक़ी सीनियर कमांडरों की हत्या के बाद, अमरीका ने इराक़ से अपने सैनिकों को बाहर निकालने के इराक़ी सरकार के निर्देश को रद्द कर दिया है।

5 जनवरी को इराक़ी संसद ने एक बिल पास करके इराक़ी सरकार से कहा था कि वह देश की सरज़मीन से समस्त विदेशी सैनिकों को निकाल बाहर करने की व्यवस्था करे।

गुरुवार को इराक़ी प्रधान मंत्री आदिल अब्दुल मेहदी ने अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो को फ़ोन करके उनसे कहा था कि वह संसद के फ़ैसले पर अमल करते हुए अमरीकी सैनिकों को इराक़ से बाहर निकलाने की प्रक्रिया शुरू करें।

अमरीकी विदेश मंत्रालय का कहना है कि अमरीकी अधिकारी बग़दाद का दौरा ज़रूर करेंगे, लेकिन इस देश से अमरीकी सैनिकों को बाहर निकालने का सवाल ही नहीं है, इसलिए कि इराक़ में सैनिकों की उपस्थिति उचित है।

इससे भी अमरीकी सैनिकों को बाहर निकालने की इराक़ी सरकार की मांग को ख़ारिज करते हुए अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने कहा था कि अमरीका ने इराक़ में सैन्य अड्डों पर अरबों डॉलर ख़र्च किए हैं, इसलिए इराक़ से सैनिकों को बाहर नहीं निकाला जाएगा।

ट्रम्प ने शुक्रवार को अपने एक नए बयान में कहा है कि अगर इराक़ी चाहते हैं कि अमरीकी सैनिक उनके देश से बाहर निकलें, तो वे वाशिंगटन को 35 अरब डॉलर का भुगतान करें।

अमरीकी हमले में ईरान के मेजर जनरल क़ासिम सुलेमानी और इराक़ी स्वयं सेवी बल हशदुश्शाबी के डिप्टी कमांडर अल-मोहंदिस की मौत के बाद क्षेत्र में तनाव अपने चरम पर है।

8 जनरवी को ईरान ने जवाबी कार्यवाही करते हुए इराक़ में अमरीका के दो सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे और अमरीकी सैनिकों को इराक़ समेत पूरे क्षेत्र से बाहर निकालने का संकल्प दोहराया था।

इराक़ी स्वयं सेवी बल हशदुश्शाबी ने भी अपने कमांडर की हत्या का बदला लेने का एलान करते हुए कहा है कि अमरीकी सैनिकों को इराक़ से बाहर निकालकर दम लेंगे।

अमरीकी राष्ट्रपति का कहना है कि अगर हम इराक़ से निकलेंगे तो इराक़ी सरकार को हमें उस निवेश का भुगतान करना होगा, जम हमने वहां किया है।

ट्रम्प से फ़ॉक्स न्यूज़ ने जब सवाल किया कि किया अमरीका, इराक़ से बाहर निकलने की योजना बना रहा है? तो उन्होंने कहाः हमारे पास उनके काफ़ी पैसे जमा हैं। हमारे पास उनके 35 अरब डॉलर हैं, मुझे उम्मीद है कि वे इस पैसे से भुगतान करने पर सहमति जता देंगे, अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो हम इराक़ में बने रहेंगे।

अमरीकी राष्ट्रपति का कहना था कि हमने इराक़ में सबसे मंहगी इयरबेस का निर्माण किया है। काश हमने इसका निर्माण न्यूयॉर्क में किया होता। काश इसका निर्माण वाशिंगटन में किया होता। हमने क़रीब 4.5 हज़ार मीटर लम्बा रनवे वहां बनाया। मेरे ख़याल में उसकी लम्बाई क़रीब 5 हज़ार मीटर है। किहीं भी ऐसे रनवे का निर्माण नहीं किया गया है। हमने अरबों डॉलर वहां ख़र्च किए हैं।

ट्रम्प ने सऊदी अरब और दक्षिण कोरिया की मिसाल देते हुए कहा कि यह देश भी अमरीकी सैनिकों का ख़र्च उठा रहे हैं।