हुज्जतुल इस्लाम मोहम्मद जवाद हाज अली अकबरी ने जुमे की नमाज़ के विशेष भाषण में जनरल क़ासिम सुलैमानी की शहादत की ओर इशारा करते हुए, ईश्वर पर गहरी आस्था और सिर्फ़ उसके डर को शहीद सुलैमानी की ख़ास विशेषता बतायी।
उन्होंने कहा कि इस महान जनरल ने क्षेत्र को दाइश के वजूद से पाक कर दिया, पश्चिम एशिया में सुरक्षा स्थिति को बेहतर बनाया और प्रतिरोध की संस्कृति को क्षेत्र में विस्तृत किया।
हुज्जतुल इस्लाम अली अकबरी ने कहा कि जनरल सुलैमानी की प्रतिरोध के स्वरूप में गहरी रणनीति से इस्लामी गणतंत्र ईरान की सुरक्षा सुनिश्चित हुयी और विश्व स्तर पर भी सुरक्षा स्थिति बेहतर हुयी, ऐसी सुरक्षा स्थिति जो सक्रिय प्रतिरोध का नतीजा है।
हुज्जतुल इस्लाम अली अकबरी ने शहीद जनरल क़ासिम सुलैमानी को इस्लामी गणतंत्र ईरान के संस्थापक इमाम ख़ुमैनी के मत का अनुयायी बताया जिन्होंने क्षेत्र में शुद्ध इस्लामी संस्कृति के विस्तार के लिए ईश्वर पर आस्था रखने वाले वीर व बुद्धिमान जवानों को प्रशिक्षित किया।
उन्होंने कहा कि अमरीकियों ने प्रतिरोध के जनरल को शहीद कर बहुत बड़ी मूर्खता की है। हुज्जतुल इस्लाम अली अकबरी ने कहा कि जनरल सुलैमानी और उनके साथियों की शहादत इस्लामी जगत की सूझबूझ और जनता की एकजुटता से इस्लामी ईरान की क्रान्ति के इतिहास और प्रतिरोध के क्षेत्र में निर्णायक मोड़ साबित हुयी।