इराक़ी संसद में सादेक़ून धड़े के सांसद हुसैन सालिम ने बताया कि अलअंबार प्रांत में स्थित ऐनुल असद छावनी पर, जिसमें अमरीकी सैनिक तैनात हैं, ईरान के मीज़ाइल हमले में काफ़ी जानी व माली नुक़सान हुआ है। उन्होंने अलफ़ुरात टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि जो कुछ इस छावनी में हुआ, वह भूकंप था। इस इराक़ी सांसद ने बताया कि ईरान के मीज़ाइल हमले से अनेक अमरीकी सैनिक हताहत हुए और कई अमरीकी हेलीकाॅप्टर तबाह हो गए। हुसैन सालिम ने बताया कि अमरीकी सैनिकों के शवों को ऐनुल असद छावनी से तेल अवीव पहुंचा दिया गया है।
इराक़ी संसद में सादेक़ून धड़े के इस सांसद ने अमरीका से मांग की है कि वह इराक़ के गुप्तचर विभाग या मीडिया को इस छावनी के अंदर जाने की अनुमति दे ताकि ईरान के मीज़ाइल हमले से जो वास्तविक नुक़सान हुआ है उससे लोगों को अवगत करा सके। उन्होंने सवाल किया कि क्या इराक़ी सैनिकों को इस अमरीकी सैन्य छावनी में घुसने और सैनिकों को गिनने की अनुमति है? जी नहीं, नहीं है। उन्होंने कहा कि हम इराक़ से अमरीकी सैनिकों के निष्कासन के बारे में संसद में पारित होने वाले प्रस्ताव को लागू करने की कोशिश करते रहेंगे और अगर अमरीकी सैनिक हमारे देश से नहीं निकले तो फिर प्रतिरोध, सैन्य प्रतिक्रिया दिखाएगा।