जनरल अली फ़दवी ने शहीद अहमद काज़ेमी के शहादत दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में अमरीका की ऐनुल असद सैन्य छावनी पर आईआरजीसी के मीज़ाइल हमलों की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि यह कार्यवाही, हमारे क्षमताओं का एक जलवा था। उन्होंने कहा कि हम दुश्मन के मुक़ाबले में खड़े हो जाते हैं और उसका जवाब देते हैं जबकि किसी भी देश में अमरीका के मुक़ाबले में अपनी इच्छा तक को प्रकट करने का भी साहस नहीं है। आईआरजीसी के डिप्टी कमांडर ने कहा कि अमरीका ने हमारे देश के ख़िलाफ़ बहुत से षड्यंत्र किए लेकिन उसे कोई सफलता नहीं मिली है। अमरीकियों ने हमारा कुछ नहीं बिगाड़ा और आगे भी कुछ नहीं बिगाड़ सकेंगे।
जनरल अली फ़दवी ने कहा कि हमारा पूरा ध्यान, इमाम ख़ामेनेई के आदेशों के पालन पर केंद्रित है और प्रतिरोध का मोर्चा अपनी क्षमता और भूभाग विस्तृत करता रहेगा ताकि विश्व साम्राज्य कभी भी सुरक्षा व शांति का आभास न कर सके। उन्होंने कहा कि किसी भी देश ने अब तक अमरीका के मुक़ाबले में इतना बड़ा काम नहीं किया है जो हमने किया, हमने इराक़ में अमरीकी सैन्य छावनी के हृदय में दसियों मीज़ाल दाग़ दिए और वे हमारा कुछ भी बिगाड़ नहीं सके।