(ABNA24.com) फ़िलिस्तीनी लिब्रेशन संगठन पीएलओ की कार्यकारिणी के महासचिव ने सभी देशों से मनामा बैठक में भाग न लेने की अपील की है जो "डील ऑफ़ द सेन्चरी" के तहत आयोजित हो रही है।
समाचार एजेंसी मेहर के अनुसार, पीएलओ की कार्यकारिणी के महासचिव साएब उरैक़ात ने कहा कि फ़िलिस्तीनी नेताओं ने फ़ैसला किया है कि वह बहरैन की राजधानी मनामा में अमरीका के प्रस्ताव पर आयोजित होने वाली इस आर्थिक बैठक में किसी भी रूप में भाग नहीं लेंगे।
उन्होंने इस बात का उल्लेख करते हुए कि अमरीकी सरकार इस्राईल में अतिवादी दक्षिणपंथियों की विचारधारा का समर्थन करने वाली मुख्य सरकार है, कहा कि अमरीका इस समय क्षेत्र में डर का माहौल पैदा करने का खेल खेल रहा है।
उधर क़तर ने भी मनामा बैठक के आयोजन की प्रतिक्रिया में कहा कि फ़िलिस्तीनियों-ज़ायोनी शासन के बीच शांति उस वक़्त तक क़ायम नहीं हो सकती जब तक फ़िलिस्तीनियों को स्वीकार्य राजनैतिक हल पेश नहीं होता।
अमरीका और बहरैन ने कहा है कि बहरैन आर्थिक बैठक "डील ऑफ़ द सेन्चरी" को लागू करने के पहले क़दम के तहत 25-26 जून को मनामा में आयोजित हो रही है।
अमरीकी योजना "डील ऑफ़ द सेन्चरी" के अनुसार, पूर्वी अलक़ुद्स ज़ायोनी शासन को देने, दूसरे देशों में मौजूद फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों की स्वदेश वापसी को ख़त्म करने और फ़िलिस्तीनियों के पश्चिम तट और ग़ज़्ज़ा पट्टी में बची हुयी ज़मीन पर स्वामित्व होने का प्रावधान रखा गया है।
उधर हमास ने भी अमरीका द्वारा प्रस्तावित विवादित योजना "डील ऑफ़ द सेन्चरी" के समर्थन में आगामी बहरैन सम्मेलन और इस्राईल के साथ कुछ अरब देशों की संबंध सामान्य करने की कोशिश की निंदा की है।
हमास के वरिष्ठ सदस्य इस्माईल रिज़वान ने बहरैनी जनता से मनामा की तेल अविव शासन से संबंध सामान्य करने की कोशिश का विरोध करने और राजधानी मनामा में 25-26 जून को सम्मेलन को रद्द कराने के लिए सत्ताधारी आले ख़लीफ़ा शासन पर दबाव डालने की अपील की है।
इस्माईल रिज़वान ने शुक्रवार को नाकाबंदी से घिरे ग़ज़्ज़ा पट्टी को अतिग्रहित फ़िलिस्तीन से अलग करने वाली बाड़ के निकट आयोजित प्रदर्शन को संबोधित करते हुए यह अपील की।
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source : Pars Today
रविवार
26 मई 2019
9:12:11 am
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पीएलओ और हमास की सभी देशों से मनामा बैठक के बहिष्कार की अपील
फ़िलिस्तीनी लिब्रेशन संगठन पीएलओ की कार्यकारिणी के महासचिव ने सभी देशों से मनामा बैठक में भाग न लेने की अपील की है जो "डील ऑफ़ द सेन्चरी" के तहत आयोजित हो रही है।