यमन के अंसारुल्लाह के राजनैतिक कार्यालय ने अपने बयान में कहा कि यमन की जनता, ज़ायोनी अतिग्रहण से पूरी फ़िलिस्तीनी धरती की स्वतंत्रता के लिए फ़िलिस्तीनियों के संघर्ष का समर्थन करती है।
दूसरी ओर लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह ने ग़ज़्ज़ा पर ज़ायोनी शासन के हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की है।
हिज़्बुल्लाह ने ग़़ज़्ज़ा पर जारी ज़ायोनी शासन के हमलों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अपने बयान में अतिग्रहणकारियों को करारा जवाब देने और अपनी रक्षा के लिए फ़िलिस्तीनियों की जवाबी कार्यवाही की सराहना की।
बयान में कहा है कि फ़िलिस्तीनी राष्ट्र की एकता और प्रतिरोध ही ज़ायोनी शासन के हमलों और उनके दुस्साहस को समाप्त करने का एक मात्र मार्ग है।
हिज़्बुल्लाह के बयान में कहा गया है कि ज़ायोनी शासन के चंगुल से फ़िलिस्तीन की पूरी धरती की स्वतंत्रता तक फ़िलिस्तीनियों के संघर्ष में हम उनके साथ हैं।
ज्ञात रहे कि ग़ज़्ज़ा पट्टी पर ज़ायोनी शासन के हमलों में शहीद होने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गयी है।
अल आलम टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार फ़िलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसी प्रकार बताया कि पिछले 48 घंटों के दौरान ग़ज़्ज़ा पर ज़ायोनी शासन के हमलों में 170 फ़िलिस्तीनी घायल हुए।
ज़ायोनी शासन के हमले में शहीद होने वालों में 2 महिलाएं और एक 14 महीने का बच्चा भी शामिल है।
ज़ायोनी शासन के युद्धक विमान, तोपख़ाने और हेलीकाप्टर शुक्रवार की रात से अब तक ग़ज़्ज़ा पट्टी के विभिन्न क्षेत्रों को निशाना बना रहे हैं।