फिलिस्तीनी सूत्रों ने अनुसार क़स्साम ब्रिगेड के एक कमांडर ने गुरुवार को बल दिया कि इस्राईल में संसदीय चुनाव से पहले, गज़्ज़ा पर हमले के फैसले के बाद, क़स्साम ब्रिगेड, इस्राईल से दो- दो हाथ करने पर तैयार है।
याद रहे इस्राईल में संसदीय चुनाव होने वाले हैं और ज़ायोनी प्रधानमंत्री नेतेन्याहू, कट्टरपंथियों का वोट पाने के लिए फिलिस्तीनियों पर दबाव बढ़ा रहे हैं।
इस संदर्भ में इस्राईली सेना को प्रयोग करते हुए उन्होंने गज़्ज़ा पर बमबारी का सिलसिला फिर से शुरु कर दिया है और गज़्ज़ा की सीमा पर टैंक भी तैनात कर दिये गये हैं।
इन हमलों का नया सिलसिला दिसंबर सन 2017 से आरंभ हुआ है और हमेशा इस प्रकार के हमलों के लिए इस्राईल निराधार दावे करता है।
गज़्ज़ा पर इस्राईल के हमलों में अब तक हज़ारों फिलिस्तीनी शहीद और घायल हो चुके हैं।
गज़्ज़ा पट्टी सन 2006 से इस्राईल की घेराबंदी का शिकार है जिसकी वजह से इस क्षेत्र को दुनिया की सब से बड़ी खुली जेल कहा जाता है।