प्रदर्शनकारियों पर इस्राईली सैनिकों के हमलों में अब तक लगभग ढाई सौ फ़िलिस्तीनी शहीद औज्ञ 30 हज़ार से अधिक घायल हो चुके हैं लेकिन फ़िलिस्तीनियों ने अपना यह मार्च जारी रखा है। शनिवार को ग़ज़्ज़ा में बसे फ़िलिस्तीनी अपने इन प्रदर्शनों की पहली वर्षगांठ मनाने जा रहे हैं।
शनिवार को ग़ज़्ज़ा पट्टी के पूरी इलाक़े में यह प्रदर्शन होंगे। इस्राईल ने धमकी दी है कि प्रदर्शनकारियों पर हमले किए जाएंगे यहां तक कि जनसंहार की भी आशंका जताई जा रही है।
इस्राईल ने ग़ज़्ज़ा पट्टी के क़रीब भारी संख्या में सैनिक, टैंक, और तोपें तैनात कर दी हैं।
30 मार्च को फ़िलिस्तीनी धरती दिवस मनाते हैं। वर्ष 1967 में इसी दिन इस्राईली सैनिकों ने प्रदर्शन कर रहे 6 फ़िलिस्तीनी किसानों का नरसंहसार किया था।
हमास के नेता इसमाईल हनीया ने अपील की है कि प्रदर्शनों में फ़िलिस्तीनी लाखों की संख्या में भाग लें।
हालिया दिनों ग़ज़्ज़ा पट्टी में मौजूद फ़िलिस्तीनी संगठनों और इस्राईल के बीच कई बार टकराव हुआ जिसे देखते हुए कहा जा रहा है कि शनिवार को हालात ख़राब हो सकते हैं।