ग़ौरतलब है कि विश्व समुदाय के कड़े विरोध के बावजूद, अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने 6 दिसम्बर को बैतुल मुक़द्दस को इस्राईल की राजधानी के रूप में मान्यता देने का एलान किया था।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, शहीद होने वाले 345 फ़िलिस्तीनियों में 71 बच्चे शामिल हैं।
इस बीच, जॉर्डन नदी के पश्चिमी किनारे में स्थित अल-ख़लील इलाक़े लोगों ने ज़ायोनी शासन के अत्याचारों के ख़िलाफ़ विशाल प्रदर्शन किए हैं।
ग़ौरतलब है कि इस्राईली सैनिकों ने हाल ही में शहीद होने वाले कुछ फ़िलिस्तीनियों के शवों को ज़ब्त कर रखा है, जिसके ख़िलाफ़ फ़िलिस्तीनी प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस्राईल इस प्रकार फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधी संगठनों पर वार्ता करने और ज़ायोनी सैनिकों के शवों को वापस लौटाने के लिए दबाव बना रहा है।