अहलेबैत (अ) न्यूज़ एजेंसी अबना की रिपोर्ट के अनुसार विश्व अहलेबैत (अ) परिषद के महासचिव ने आले सऊद के हाथों सऊदी अरब के बुजुर्ग शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख निम्र की शहादत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा: आले सऊद ने अपनी निर्दयता के इतिहास में एक और अपराध को बढ़ा लिया है। जरूरी है कि अंतरराष्ट्रीय संगठन आले सऊद को पहचानें कि यह सरकार किस तरह के अपराध कर रही है। इसके अलावा वह हर दिन यमन में कितने बेगुनाहों का नरसंहार कर रहे हैं उनके अपराध बजाए कम होने के प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं।
हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मोहम्मद हसन अख्तरी ने कहा: हम विश्व अहलेबैत (अ) परिषद की ओर से इस दर्दनाक घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
उन्होंने मेह्र समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा: वह नरसंहार जो सऊदी सरकार पिछले दस महीनों से यमन में कर रही है या वह नरसंहार जो इस सरकार ने मेना में अंजाम दिया या फिर यह निर्दयता जिसे इस सरकार ने आज अंजाम दिया है इन सब से स्पष्ट हो चुका है कि उनके अत्याचारी और खूंखार शासकों में मानवता नाम की कोई चीज नहीं और न वह किसी अंतरराष्ट्रीय कानून को स्वीकार करते हैं और न ही उनके निकट किसी दूसरे का कोई महत्व है।
मौलाना अख्तरी ने कहा: सऊदी अरब के समर्थक, अमेरिका, इस्राईल, ब्रिटेन और पश्चिमी देश यह जान लें कि वह किस जानवर का समर्थन कर रहे हैं। आले सऊद का समर्थन करने वाले जान लें कि वह किस खूंखार भेड़िये का समर्थन कर रहे हैं?
उन्होंने स्पष्ट किया: हम इसके साथ साथ कि इस घटना को सऊदी अरब की निर्दयता के इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना जानते हैं हमें विश्वास है कि इस कार्यवाही से सभी आज़ाद मुसलमानों के दिलों में आले सऊद के प्रति घृणा में वृद्धि होगी। और निश्चित रूप से बेगुनाहों का खून इस देश की बर्बादी का कारण बनेगा और यह बदबख़्ती और विनाश के ऐसे दलदल में फँस जाएगा कि जहां से इसके लिए निकलना मुश्किल हो जाएगा।
गौरतलब है कि आले सऊद ने शनिवार 2 जनवरी 2016 को सऊदी अरब के बुजुर्ग और क्रांतिकारी धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख निम्र को केवल कुछ निराधार आरोपों के आधार पर तलवार से गर्दन काट कर शहीद कर दिया।
source : अबना
सोमवार
4 जनवरी 2016
6:49:27 am
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अहलेबैत असेम्बली के जनरल सिक्रेट्री:
आले सऊद के समर्थक जान लें कि वह एक खूंखार जानवर का समर्थन कर रहे हैं।
हमें विश्वास है कि इस कार्यवाही से सभी आज़ाद मुसलमानों के दिलों में आले सऊद के प्रति घृणा में वृद्धि होगी। और निश्चित रूप से बेगुनाहों का खून इस देश की बर्बादी का कारण बनेगा और यह बदबख़्ती और विनाश के ऐसे दलदल में फँस जाएगा कि जहां से इसके लिए निकलना मुश्किल हो जाएगा।