मक़बूज़ा फिलिस्तीन पर प्रतिरोधी दल हमास के हमलों की आड़ में ज़ायोनी सेना ने अपने ही लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी करते हुए सैंकड़ों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इस बात का खुलासा एक माँ-बेटे के हत्याकांड की जाँच के बाद भी हो गया है।
अक्टूबर, 2023 को किबुत्ज नाहल ओज में 51 साल के डिकला अरावा और उनके बेटे तोमर अरावा एलियाज ( 17), की मौत ज़ायोनी सेना की गोलीबारी में हुई थी। ज़ायोनी आतंकी सेना इस्राईल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) की जांच में यह सच सामने आया है।
टाइम्स ऑफ इस्राईल के मुताबिक, IDF ने शुक्रवार को कहा कि जांच सैनिकों, अफसरों और नागरिकों की गवाही पर आधारित थी। कर्नल (रिटायर्ड) यारोन सिटबोन की द्वारा की गई जांच रिपोर्ट को गुरुवार शाम को पीड़ित परिवार का साथ साझा किया गया।