बेंजामिन नेतनयाहू के नेतृत्व में इस्राईल में कट्टरपंथी ज़ायोनियों की सरकार के गठन के बाद से वेस्ट बैंक विशेष रूप से बैतुल मुक़द्दस में फ़िलिस्तीनियों और मुसलमानों के पवित्र धार्मिक स्थलों पर इस्राईलियों के हमले तेज़ हो गए हैं।
ज़ायोनी शासन मुसलमानों के तीसरे सबसे पवित्र धार्मिक स्थल मस्जिदुल अक़सा पर क़ब्ज़ा करने और इसके विभाजन की साज़िश रच रहा है।
मंगलवार को प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, जिहादे इस्लामी के प्रवक्ता तारिक़ सलमी ने ज़ायोनी शासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि मस्जिदुल अक़सा और उसके आसपास घटने वाली घटनाएं उसके लिए मंहगा सौदा साबित होंगी।
सलमी ने कहा कि इस पवित्र स्थल में ज़ायोनियों की गतिविधियां, फ़िलिस्तीनियों और मुसलमानों पर खुला आक्रमण है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर विश्व समुदाय ने इस्राईली सेना और ज़ायोनियों को इन अपराधों को अंजाम देने से नहीं रोका, तो हमें मैदान में उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा, फिर नतीजा चाहे कुछ भी हो। msm
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