ज़ेलेंस्की ने पश्चिमी देशों के इर क़दम को कमज़ोर बताते हुए इसकी आलोचना की।
उन्होंने कहा कि यह फ़ैसला दर असल एक कमज़ोर स्थिति को दर्शाता है, क्योंकि इससे हमलावर देश रूस की अर्थव्यवस्था को पर्याप्त नुक़सान नहीं पहुंचेगा।
शुक्रवार को पश्चिमी देशों ने तय किया था कि समुद्र के रास्ते से निर्यात किए जाने वाले रूसी तेल की क़ीमत 60 डॉलर प्रति बैरल से अधिक नहीं होगी।
हालांकि रूस ने यूरोपीय देशों द्वारा अपने तेल की क़ीमत निर्धारित करने के क़दम की आलोचना की है और चेतावनी देते हुए कहा है कि पश्चिमी देश इस तरह के ग़लत फ़ैसलों से अपनी सुरक्षा ख़तरे में नहीं डालें।
वहीं अमरीका ने रूस के तेल की क़ीमत निर्धारित करने के यूरोपीय देशों के क़दम की सराहना करते हुए इसका स्वागत किया है।
अमरीकी वित्त मंत्री जैनेट येलेन ने कहा कि कई महीनों की कोशिश के बाद आधिकारिक तौर पर अमरीका के सहयोगी यूरोपीय मुल्कों ने शुक्रवार को तेल की क़ीमतों पर सीमा लगाने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है।
सितंबर में ज-7 देशों ने मास्को की सैन्य क्षमता को नुक़सान पहुंचाने के इरादे से रूस से निर्यात होने वाले तेल की क़ीमत को निर्धारित करने का प्रस्ताव दिया था। msm
342/