AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : Parstoday
सोमवार

28 नवंबर 2022

6:18:11 pm
1327104

नौसेना दिवस पर वरिष्ठ नेता का बयान

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने समुद्र की अपार एवं विशाल क्षमताओं से लाभान्वित होने का आह्वान किया है।

इस्लामी गणतंत्र ईरान की नौसेना के कमांडरों ने सोमवार को इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई से भेंट की।  इस भेंट में सर्वोच्च नेता ने समुद्र की विशाल क्षमताओं से लाभ उठाने और उसके अवसरों को देश की संस्कृति में परिवर्तित करने पर बल दिया। 

नौसेना दिवस पर होने वाली इस मुलाक़ात में वरिष्ठ नेता ने देश की नौसेना से सैन्य क्षमता और रक्षा उपकरणों को व्यापक रूप में उन्नत करने के साथ ही अन्तर्राष्ट्रीय जलसीमा में नौकायान जैसी कार्यवाही को जारी रखने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इससे देश के सशस्त्र बलों और सरकार के बीच संपर्क को मज़बूत करने से परस्पर सहयोग में मदद मिलेगी। 

वरिष्ठ नेता ने विगत में ईरानियों द्वारा की जाने वाली जहाज़रानी की ओर संकेत करते हुए कहा कि यह काम, अन्य क्षेत्रों में इस्लामी और ईरानी संस्कृति के पहुंचने का कारण रहा है।  उन्होंने कहा कि इस पृष्ठभूमि के बावजूद देश में समुद्र की विशाल क्षमताओं से लाभ उठाने के अवसरों को लगभग भुला दिया गया है।  उन्होंने कहा कि इस काम को जन-संस्कृति में परिवर्तित किया जाना चाहिए।  सुप्रीम लीडर ने इस बारे में संस्कृति बनाने और समुद्र के संबन्ध में आम लोगों की समझ को बढ़ाए जाने को आवश्यक बताया। 

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से देश के "मकरान" समुद्र तट के विस्तार का विषय चर्चा में है और सरकारों ने भी उसका स्वागत किया है।  वरिष्ठ नेता के अनुसार इस बारे में उल्लेखनीय प्रगति के लिए समुद्र की विशाल क्षमताओं से लाभ उठाने की संस्कृति के बनाए जाने की ज़रूरत है।

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने समुद्र की क्षमताओं से लाभ उठाने में कलात्मक प्रस्तुतियों को प्रभावी बताया।  उन्होंने कहा कि सैन्य तथा नागरिक दोनो ही क्षेत्रों में कलात्मक प्रस्तुतियों का प्रयोग करके देश के समुद्र की क्षमताओं का परियच करवाते हुए इस अवसर का उपयोग करने के लिए लोगों में उत्साह बढ़ाना होगा।  याद रहे कि इस भेंटवार्ता में ईरान की नौसेना के कमांडर एडमिरल शहराम ईरानी ने विभिन्न क्षेत्रों में नौसेना की गतिविधियों की रिपोर्ट पेश की।

342/