हुज्जतुल इस्लाम अली अकबरी ने नमाज़े जुमा के ख़ुतबों में अलग अलग विषयों पर बात की और हालिया हंगामों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस्लामी इंक़ेलाब के नेता यह मानते हैं कि इस समय ईरान और साम्राज्यवादी ताक़तों के बीच जो टकराव चल रहा है उसकी वजह ईरान की प्रगति है।
तेहरान के इमाम जुमा ने बसीज या स्वयंसेवी फ़ोर्स के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महान वैज्ञानिक डाक्टर फख़्रीज़ादे बसीजी थे, शहीद सुलैमानी बसीजी थे और दुश्मन यूंही तिलमिलाता रहेगा और हमारा तरक़्क़ी का सफ़र जारी रहेगा।
तेहरान के इमाम जुमा ने सीस्तान व बलोचिस्तान प्रांत के अपने दौरे के बारे में बताया कि हमारी मुलाक़ात जनता के अलग अलग वर्गों से हुई, वहां की प्रतिष्ठित हस्तियों से मुलाक़ातें हुईं और यह पता चला कि जो घटनाएं हुईं उनमें कुछ बेगुनाह लोग मारे गए जिससे इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता को तकलीफ़ पहुंची और उन्होंने एक टीम भेज कर हालात का जायज़ा लिया।
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