ट्रम्प बड़ी कोशिश में थे कि उनका टैक्स रिकार्ड और उनकी आय का पूरा लेखजोखा प्रकाश में न आने पाए क्योंकि उनके अनुसार 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में इससे उनके लिए समस्या पैदा हो सकती है।
अमरीका के पूर्व राष्ट्रपतियों के विपरीत ट्रम्प ने राष्ट्रपति पद पर रहते हुए अपनी इनकम का रिकार्ड ज़ाहिर नहीं किया और कांग्रेस की इस मामले से जुड़ी मांग को रोकने के लिए अदालत का सहारा लिया था।
यह लड़ाई मंगलवार को अपने नतीजे को पहुंची जब अदालत ने फ़ैसला सुना दिया कि ट्रम्प का टैक्स रिकार्ड प्रतिनिधि सभा के सामने रखा जाए।
न्यूयार्क टाइम्ज़ ने सितम्बर 2020 में अपनी एक रिपोर्ट में ख़ुलासा किया था कि ट्रम्प ने वर्ष 2016 और 2017 में मात्रा 750 डालर की रक़म टैक्स के रूप में अदा की थी।
ट्रम्प ने इस रिपोर्ट का खंडन किया था और इसे फ़ेक न्यूज़ क़रार दिया छथा।
प्रतिनिधि सभा के सामने यह रिपोर्ट तब रखी जा रही है जब इस सदन पर कुछ ही हफ़्तों के भीतर डेमोक्रेटिक पार्टी का वर्चस्व समाप्त होने जा रहा है। क्योंकि हालिया मिड टर्म इलेक्शन में रिपब्लिकन पार्टी की बढ़त हासिल हो गई है।
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