AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : Parstoday
रविवार

13 नवंबर 2022

4:59:24 pm
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अमेरिका में चुनाव में फिर हुआ खेल, ट्रम्प की टूटी उम्मीद, बाइडन की चिंता हुई कम

अमेरिका में हुए मध्यावधि चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी ने रिपब्लिकन पार्टी को पीछे छोड़ते हुए सीनेट पर दो और वर्षों के लिए नियंत्रण बरकरार रखा है। हालांकि, एक सीट पर निर्णय आना अभी बाकी है लेकिन इस सीट पर भी डेमोक्रेट्स की जीत तय मानी जा रही है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प की अमेरिकी सीनेट में एक और हार सामने आई है, क्योंकि एरिज़ोना के बाद नेवाडा में भी उनके उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा है। जिससे सीनेट पर क़ब्ज़ा करने की रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। बता दें कि शुक्रवार को एरिज़ोना के परिणाम में रिपब्लिकन उम्मीदवार ब्लेक मास्टर्स को पूर्व अंतरिक्ष यात्री डेमोक्रेट सीनेटर मार्क केली ने हरा दिया था। वहीं इसके बाद डेमोक्रेट्स को शनिवार को नेवाडा में भी जीत मिल गई। नेवाडा शहर से बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कैथरीन कोर्ट्ज मस्टो ने जीत दर्ज कर ली है। मस्टो ने ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार एडम लैक्साल्ट को कड़े मुक़ाबले में पटखनी दे दी। 100 सदस्यीय सीनेट के लिए शनिवार की रात घोषित किए गए परिणामों में डेमोक्रेटिक पार्टी को 50 सीटों पर जीत प्राप्त हो गई हैं वहीं रिपब्लिकन को 49 सीटें हीं मिलीं। इस बीच एक सीट पर अभी निर्णय नहीं हुआ है। हालांकि, बचे हुए जॉर्जिया की एक सीट पर भी डेमोक्रेट्स की जीत तय मानी जा रही है जो कि पार्टी को 51-49 बहुमत दे देगी।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जीत के बाद कहा कि वह अमेरिकी चुनाव में मतदान से काफ़ी ख़ुश हैं। उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी को अब यह तय करने की आवश्यकता होगी कि वे क्या कर रहे हैं और क्यों सदन में हैं। पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन से पहले कंबोडिया में पत्रकारों से बात करते हुए, बाइडन ने कहा कि उनका ध्यान जॉर्जिया सीनेट के चुनाव पर था। बता दें कि नेवादा और एरिज़ोना में जीत के बाद अब डेमोक्रेट्स को जॉर्जिया में 6 दिसंबर को होने वाले चुनाव में जीत की दरकार है। इस जीत से बाइडन को सीनेट में साफ बहुमत हासिल हो सकेगा। डेमोक्रेटिक सेन राफेल वार्नोक और रिपब्लिकन चैलेंजर हर्शल वॉकर के बीच जॉर्जिया में कड़ा मुक़ाबला होगा। उल्लेखनीय है कि सीनेट में कुल 100 सीटें है और बहुमत के लिए 51 सीटें चाहिए होती हैं। भले ही रिपब्लिकन जॉर्जिया जीत जाते हैं, लेकिन उपराष्ट्रपति कमला हैरिस डेमोक्रेट्स को बहुमत की गारंटी के लिए समान रूप से विभाजित सीनेट में टाई-ब्रेकिंग वोट डाल सकती हैं। (RZ)

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