प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान अपने समर्थकों की भारी संख्या के साथ 380 किलोमीटर का लांग मार्च कर रहे हैं। कहा जा रहा है लांग मार्च के ज़रिए वह अपनी राजनीतिक शक्ति का भी प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच गुरुवार 3 नवंबर को उनके ऊपर हमला हो गया, जिसमें वह घायल भी हो गए हैं। डॉन समाचारपत्र के अनुसार यह गोलीबारी इमरान खान के कन्टेर के पास हुई। इस फ़ायरिंग में एक व्यक्ति के हताहत होने की भी सूचना है जबकि इमरान ख़ान समेत 6 लोग घायल हुए हैं। फायरिंग में इमरान के पैर में चोट आई है। इमरान ख़ान पर हमला करने वाले हमलावर ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए कहा है कि, "मैं इमरान को मारने के लिए आया था क्योंकि वे लोगों को गुमराह कर रहे थे। इसलिए मैंने उसे मारने की कोशिश की, मैं अकेला हूं, मेरे पीछे कोई नहीं हैं, इमरान जिस दिन लाहौर से चले, उसी दिन में मैं इसके लिए कोशिश कर रहा था, मैं गुजरांवाला से बाइक पर आया था" इस सवाल पर कि बाइक कहां है, हमलावर ने कहा कि उसे मैंने अपने मामू की दुकान पर खड़ा किया है। वहीं इमरान ख़ान के समर्थकों ने हमलावर द्वारा बताई गई वजह पर संदेह जताया है और इस हमले के पीछे बड़ी साज़िश का शक ज़ाहिर किया है।
बता दें कि फ़ायरिंग में घायल होने के बाद इमरान ख़ान को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जब उन्हें एक अस्पताल ले जाया जा रहा था तब उनके दाएं पैर पर पट्टी बंधी देखी गई। इमरान ख़ान पर तब गोली चलाई गई जब पूर्व क्रिकेटर, शहबाज़ सरकार के ख़िलाफ़ लांग मार्च के हिस्से के दौरान अपने ट्रक पर खड़े हुए थे। जियो न्यूज़ के अनुसार, जैसे ही इमरान ख़ान की रैली में गोलीबारी की आवाज आईं वैसे ही अल्लाहवाला चौक पर उनके स्वागत के लिए लगाए गए कैंप में हड़कंप मच गया। अप्रैल में कथित तौर पर सेना का विश्वास खोने के बाद इमरान ख़ान को पद छोड़ना पड़ा था। बता दें, पिछले कई दिनों से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के 70 वर्षीय प्रमुख इमरान ख़ान अलग-अलग जहगों पर ‘‘हक़ीक़ी आज़ादी मार्च'' के नाम से 380 किलोमीटर का लांग मार्च निकाल रहे हैं। वह इस मार्च के ज़रिए अपने विरोधियों पर कथित भ्रष्टाचार को लेकर निशाना साध रहे हैं। इमरान ख़ान के सहयोगी राऊस हसन ने इसे इमरान ख़ान की हत्या की कोशिश क़रार दिया है। (RZ)
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