जो बाइडेन ने गुरूवार की रात अमरीकी नागरिकों से मांग की है कि वे यूक्रेन को छोड़ दें।
एनबीसी टेलिविज़ चैनेल को दिये साक्षात्कार में बाइडेन ने कहा है कि अमरीकियों को इस समय यूक्रेन छोड़कर वापस चले आना चाहिए। बाइडने का कहना था कि हमारा मुक़ाबला किसी आतंकवादी संगठन से नहीं है बल्कि हमारा सामना दुनिया की एक बहुत बड़ी सेना से है। उन्होंने कहा कि हालात बहुत बदल चुके हैं जो बहुत तेज़ी से बिगड़ सकते हैं।
जब पत्रकार ने जो बाइडेन से सवाल किया कि अमरीकी सरकार किन हालात में अपने नागरिकों को निकालने के लिए वहां सेना भेजेगी तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि अमरीका कभी भी एसा काम नहीं करेगा।
इसी बीच गुरूवार को अमरीकी विदेश मंत्रालय ने एक चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि रूस के संभावित हमले की स्थति में अमरीका, अपने नागरिकों को यूक्रेन से निकालने में सक्षम नहीं रह पाएगा।
इससे पहले जो बाइडेन कई बार अमरीकी नागरिकों को इस बात के लिए प्रेरित कर चुके हैं कि वे लोग यूक्रेन से वापस आने के लिए व्यापारिक उड़ानों का सहारा ले सकते हैं क्योंकि रूस के हमले की संभावना बहुत बढ़ गई है।
ज्ञात रहे कि अमरीकी अधिकारियों द्वारा यूक्रेन पर रूस के संभावित हमले के दावों के बीच फाक्स न्यूज़ ने अमरीकी कांग्रेस के एक अधिकारी के हवाले से बताया है कि अमरीकी सशस्त्र बलों के चीफ आफ आर्मी स्टाफ ने कांग्रेस की एक गोपनीय बैठक में बताया है कि यूक्रेन पर रूस के हमले की स्थिति में 72 घंटों के भीतर यूक्रेन नष्ट हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों से पश्चिमी संचार माध्यम और वहां के अधिकारी यूक्रेन पर रूस के संभावित हमले के दावे करते आ रहे हैं। इसी मुद्दे को लेकर पश्चिम ने माॅस्को पर दबाव बढ़ा दिया है।
अमरीका और उसके घटकों ने इस संभावित हमले को दृष्टिगत रखते हुए, जिसका वे महीनों से दुष्प्रचार कर रहे हैं, रूस के विरुद्ध कड़े प्रतिबंधों की योजना तैयार कर ली है। इसी बीच पूर्वी यूरोप में सैनिकों और सैन्य उपकरणों की संख्या में वृद्धि कर दी गई है।