तुलूअ न्यूज़ एजेन्सी की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी संचार माध्यमों ने इस देश के विदेशमंत्री शाह महमूद क़ुरैशी के हवाले से रिपोर्ट दी है कि सरकार दाइश के लड़ने की क्षमता रखती है परंतु अफगानिस्तान में दाइश के मार्ग की मुख्य रुकावट तालेबान हैं।
कुरैशी ने एक बार फिर बल देकर कहा कि अफगानिस्तान में शांति व सुरक्षा ज़रूरी है और पाकिस्तान, अफगानिस्तान के विकास व कल्याण के लिए क्षेत्र के दूसरे देशों से विचार- विमर्श कर रहा है।
पाकिस्तान के विदेशमंत्री का यह बयान ऐसी स्थिति में सामने आ रहा है जब अफगानिस्तान के राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ़ ग़नी ने आज मंत्रिमंडल की बैठक में तालेबान की आलोचना की और कहा था कि कुछ बदला नहीं है और तालेबान अफगानिस्तान में शांति व सुरक्षा का इच्छुक नहीं है।
पाकिस्तान के विदेशमंत्री के दृष्टिकोणों के खिलाफ मोहम्मद अशरफ़ ग़नी ने कहा कि तालेबान ने चरमपंथी गुटों व तत्वों को देश में प्रवेश करने की अनुमति दी है।
इसी बीच अफगानिस्तान के रक्षामंत्रालय ने कहा है कि पक्तिका प्रांत में सुरक्षा बलों की कार्यवाही में तालेबान के चार पाकिस्तानी सदस्य मारे गये हैं।