जब अली एलिया की मां अपने बेटे के जन्मदिन की ख़ुशी में फ़िलिस्तीन की पारम्परिक डिश मक़लूबा बना रही थीं, तो उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि अली उसे खाने के लिए कभी वापस घर नहीं लौटेगा।
इस्राईली सैनिकों ने 15 वर्षीय अली के पेट में गोली मार दी, जिसके बाद जन्मदिन की ख़ुशियां मातम में बदल गईं और 40 वर्षीय मां निहाद की गोद उजड़ गई।
वह हर रोज़ अपने बेटे का स्कूल बैग खोलकर उसकी किताबों और पेन पैंसिलों को क़रीने से रखती हैं और घंटों उन्हें घूरती रहती हैं।
शनिवार 4 दिसम्बर को अली अवैध अधिकृत वेस्ट बैंक स्थित रामल्लाह में कुछ लोगों के साथ खड़ा हुआ था, जो कुछ देर पहले ही साप्ताहिक प्रदर्शन में भाग लेकर वहां पहुंचे थे।
उस दिन अली का 15वां जन्मदिन था।
निहाद का कहना है कि मैंने उस दिन उसके लिए उसकी पसंदीदा डिश मक़बूला तैयार की और उसके वापस घर लौटने का इंतज़ार करने लगी। लेकिन वह नहीं लौटा और वह खाना कभी नहीं खाया गया।
अपने बर्थडे पर अली ने अपने दोस्तों के साथ एक छोटी सी पार्टी के आयोजन का भी प्लान बनाया था।
मां का कहना है कि बर्थडे से एक दिन पहले ही अली ने उनसे कहा था कि कल मेरी बर्थडे के लिए तैयार रहना।
लेकिन ठीक जन्मदिन पर मेरे बेटे को शहीद कर दिया गया और उसकी उमंगों का गला घोंट दिया गया।