पिछले चार साल से दम्माम जेल में बन्द सऊदी सरकार विरोधी राजनितिक मोहम्मद रज़ी अल हसावी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है।
सऊदी मानवधिकार में यूरोप के प्रतिनिधि आदिल अल सईद ने कहा है कि हसावी को बिना किसी अदालती कार्यवाही के जेल में डाला गया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार सऊदी अधिकारियों ने पिछले हफ्ते हसावी के परिवार से कहा था वो अदालत से संपर्क करने के बाद हसावी का व्यक्तिगत सामान ले जाएं।
इस राजनितिक बंदी की मौत को लेकर अभी मिडिया में कोई जानकारी नहीं दी गई है अभी कुछ महीने पहले है कतीफ में मानवाधिकार कार्यकर्ता हसन अल अकीली की पुलिस टॉर्चर के कारण मौत हो गई थी।
इस खबर के आम होते ही सऊदी अधिकारियों ने दावा किया था कि अकीली ने आत्महत्या की है जिसे अकीली के परिवार ने ठुकरा दिया था।
ज्ञात रहे कि आले सऊद अपने सैकडों विरोधियों को मौत की सज़ा दे चुके है। अभी पिछले ही साल शिया धर्मगुरु बाक़िर अल निम्र की शहादत पर विश्व समुदाय ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।
सऊदी अरब में एक और राजनीतिक क़ैदी की मौत।
जनवरी 26, 2017 - 6:04 pm- News Code : 807422
- Source : विलायत.इन
पिछले चार साल से दम्माम जेल में बन्द सऊदी सरकार विरोधी राजनितिक मोहम्मद रज़ी अल हसावी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है।
