लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन के महासचिव सैय्यद हसन नस्रुल्लाह ने कहा है कि हिज़्बुल्लाह से अमरीका व इस्राईल की शत्रुता पर हमें गर्व है।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने बुधवार की शाम हिज़्बुल्लाह के शहीदों को श्रद्धांजली अर्पित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और ज़ायोनी प्रधानमंत्री बेनयामिन नेतनयाहू की मुलाक़ात और उसमें हिज़्बुल्लाह के बारे में बात किए जाने की ओर संकेत करते हुए कहा कि हमें उनकी और क्षेत्र में उनके पिट्ठुओं की शत्रुता पर गर्व है। ज़ाहिया में इस कार्यक्रम को वीडियो कान्फ़्रेंसिंग के माध्य से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हिज़्बुल्लाह से ओबामा और नेतनयाहू की यह दुश्मनी इस बात का सबसे उत्तम प्रमाण है कि हम सही मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं। हिज़्बुल्लाह के महासचिव ने कहा कि पूरे लेबनान विशेष कर दक्षिणी क्षेत्रों में जो शांति व सुरक्षा व्याप्त है वह लेबनान की सेना, प्रतिरोधकर्ताओं के बलिदान, शहादतप्रेम तथा उनके पवित्र ख़ून के कारण है।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि शहीदों के पवित्र ख़ून की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि लेबनान की स्वतंत्रता और जनता की इज़्ज़त व प्रतिष्ठा है और भविष्य में भी जेहाद व प्रतिरोध, शहादतप्रेम, सम्मान और जागरूकता की जो भावना बनी रहेगी वह इसी पवित्र ख़ून का परिणाम है। 11 नवम्बर को लेबनान की पहले शहादत प्रेमी कार्यवाही करने वाले अहमद क़सीर की शहादत का दिन है और इस दिन को हिज़्बुल्लाह के शहीद दिवस का नाम दिया गया है। अहमद क़सीर ने 11 नवम्बर 1982 को लेबनान में ज़ायोनी शासन के विरुद्ध पहली शहादत प्रेमी कार्यवाही की थी जिसमें सौ से अधिक ज़ायोनी सैनिक मारे गए थे।
हिज़्बुल्लाह को अमरीका व इस्राईल की दुश्मनी पर गर्व है।
नवंबर 12, 2015 - 6:08 pm- News Code : 719628
- Source : एरिब डाट आईआर
लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन के महासचिव सैय्यद हसन नस्रुल्लाह ने कहा है कि हिज़्बुल्लाह से अमरीका व इस्राईल की शत्रुता पर हमें गर्व है।
