अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना की रिपोर्ट के अनुसार ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख ने विश्व अहलेबैत (अ) परिषद की जनरल असेम्बली के छठे सम्मेलन में अबना संवाददाता से बातचीत में कहा: तानाशाह शासकों ने 1400 वर्षों से इस्लाम को ख़त्म करने की कोशिश की लेकिन इस्लाम प्रतिदिन पूरी शक्ति के साथ दुनिया में सामने आ रहा है।
डाक्टर अली अकबर सालेही ने इस बात का वर्णन करते हुए कहा कि अगर लोगों को इस्लाम की सही पहचान करवाने का मौका दिया जाता तो मुसलमानों की यह हालत न होती जिसमें वह उस समय गिरफ्तार हैं ऐसे में गैर मुसलमान भी कभी उत्पीड़न और अन्याय का शिकार नहीं होते।
उन्होंने इस्लामी क्रांति की सफलता की ओर इशारा करते हुए कहा: इमाम खुमैनी र.अ. ने इस्लाम को दोबारा जीवन दिया और इस्लामी सरकार की स्थापना की और यह कीमती गौहर मानव समाज को प्रदान किया।
उन्होंने कहा: इस्लामी क्रांति की सफलता के बाद ईरान इस्लामी जगत के लिये आदर्श बना है और मोहम्मद साहब के द्वारा लाए गए इस्लाम का परचम केवल ईरान से पूरी दुनिया में लहराया जा रहा है।
डॉक्टर सालेही ने इस सवाल के जवाब में कि क्या परमाणु वार्ता में सफलता के बाद ईरान आईएसआईएल के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अमेरिकी गठबंधन में शामिल हो जाएगा? कहा: हम अपना कार्यवाही जारी रखेंगे हमें ऐसे तथाकथित गठबंधन में शामिल होने की कोई जरूरत नहीं है।
उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम हर उल्लंघन और ग़लत सोच का पूर्ण रूप से मुकाबला करें।
ISIL के खिलाफ तथाकथित अमेरिकी गठबंधन में शामिल नहीं होगा ईरान।
अगस्त 20, 2015 - 7:15 pm- News Code : 706921
- Source : अबना
ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख ने विश्व अहलेबैत (अ) परिषद की जनरल असेम्बली के छठे सम्मेलन में अबना संवाददाता से बातचीत में कहा: तानाशाह शासकों ने 1400 वर्षों से इस्लाम को ख़त्म करने की कोशिश की लेकिन इस्लाम प्रतिदिन पूरी शक्ति के साथ दुनिया में सामने आ रहा है।
