बहरैन में आले ख़लीफ़ा शासन के अत्याचारों और नमाज़े जुमा पर प्रतिबंध के ख़िलाफ़ बड़ी संख्या में शिया मुसलमानों ने प्रदर्शन किए हैं।
बहरैनी मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक़, शुक्रवार को एक बार फिर आले ख़लीफ़ा शासन के सैनिकों ने शिया मुसमलानों को नमाज़े जुमा पढ़ने से रोक दिया।
बहरैनी सुरक्षा बलों ने विशेष रूप से दराज़ के इलाक़े में स्थित इमाम सादिक़ (अ) मस्जिद को चारो ओर से घेर लिया और नमाज़ियों को मस्जिद में प्रवेश की अनुमति नहीं दी।
शिया मुसलमानों ने आले ख़लीफ़ा शासन के इस फ़ैसले का विरोध किया और उसके ख़िलाफ़ जमकर नारे बाज़ी की।
इसी प्रकार, प्रदर्शनकारियों ने वरिष्ठ शिया धर्मगुरु शेख़ ईसा क़ासिम के समर्थन की घोषणा की और सरकार से मांग की कि वह उन्हें परेशान करना बंद करे।
उल्लेखनीय है कि आले ख़लीफ़ा शासन ने पिछले कई हफ़्तों से शिया मुसलमानों की मस्जिदों में नमाज़े जुमा के आयोजन पर प्रतिबंध लगा रखा है।
बहरैन, नमाज़े जुमा पर प्रतिबंध के विरोध में विशाल प्रदर्शन।
सितंबर 16, 2016 - 8:48 pm- News Code : 779478
- Source : तेहरान रेडियो
बहरैन में आले ख़लीफ़ा शासन के अत्याचारों और नमाज़े जुमा पर प्रतिबंध के ख़िलाफ़ बड़ी संख्या में शिया मुसलमानों ने प्रदर्शन किए हैं।
