बहरैन में मानवाधिकारों के एक सक्रिय कार्यकर्ता सईद शहाबी ने प्रेस टीवी से बातचीत में जेलों में बंद परिजनों को रिहा कराने के लिए विश्व रेडक्रास से बहरैन के ग्यारह सौ परिवारों की मांग के बारे में कहा है कि जेलों से मिलने वाली सूचनाओं के अनुसार ऑले ख़लीफा सरकार की जेलों की स्थिति संकटमयी है।
शहाबी के अनुसार लगभग एक सौ बीस कैदी गंभीर रूप से घायल हैं और कई ऐसे हैं कि जिनका कुछ पता ही नहीं है और पिछले दो सप्ताह से उनके घर वालों तक उनके बारे में कुछ पता नहीं है।
शहाबी ने बहरैन में जेलों में बंद कैदियों पर पुलिस हिंसा की ओर इशारा करते हुए कहा है कि बहरैन में जनता के पतन में ऑले ख़लीफा सरकार के साथ सऊदी अरब और जॉर्डन भी हर तरह का सहयोग कर रहे हैं।
बहरैन की जेलों में मानवाधिकार का हनन।
मार्च 21, 2015 - 10:37 pm- News Code : 678253
- Source : विलायत
शहाबी ने बहरैन में जेलों में बंद कैदियों पर पुलिस हिंसा की ओर इशारा करते हुए कहा है कि बहरैन में जनता के पतन में ऑले ख़लीफा सरकार के साथ सऊदी अरब और जॉर्डन भी हर तरह का सहयोग कर रहे हैं।
