समाचार एजेन्सी इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार यूरोपीय संघ की विदेश नीति आयुक्त जोसेफ़ बोरेल ने कहा है कि अफगानिस्तान का भविष्य एक मूल व महत्वपूर्ण समस्या है और यूरोप की सुरक्षा पर उसका सीधा प्रभाव पड़ेगा।
तालेबान के नेतृत्व में अफगानिस्तान में बनने वाली नई सरकार और वहां की वर्तमान स्थिति की समीक्षा के संबंध में एक बैठक हुई थी जिसमें उन्होंने यह बात कही। उन्होंने बल देकर कहा कि चूंकि यह अनौपचारिक बैठक थी इसलिए इसमें कोई फैसला नहीं लिया गया और उन्होंने केवल अपने विचार पेश किये हैं।
जोसेफ़ बोरेल ने कहा कि तालेबान के साथ लेनदेन ज़रूरी है परंतु इसका मतलब तालेबान को राजनीतिक मान्यता देना नहीं है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान को आतंकवादी गतिविधियों का केन्द्र नहीं होना चाहिये।
मानवाधिकार विशेषकर महिलाओं के अधिकारों का सम्मान, कानून की प्रभुसत्ता और संचार माध्यमों की आज़ादी आदि वे विषय हैं जिनकी ओर जोसेफ बोरेल ने संकेत किया और कहा कि तालेबान को चाहिये कि वार्ता के माध्यम से एक व्यापक सरकार के गठन की भूमि प्रशस्त करे।