ईरान के उप विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास इराक़ची ने कहा है कि प्रतिबंधों के साथ परमाणु समझौते का हमारे लिए कोई महत्व नहीं है।
ख़ामेनई डॉट आर वेबसाइट से बात करते हुए उन्होंने कहाः प्रतिबंध हटने का मतलब वह सभी प्रतिबंध हैं, जिन्हें हटाने का परमाणु समझौते में वादा किया गया था, दूसरे वह प्रतिबंध भी जिन्हें अमरीका ने समझौते से निकलने के बाद लागू किया है और तीसरे क़ानूनी दांवपेच के ज़रिए टाइटल बदलकर लगाया गया है।
ईरानी उप विदेश मंत्री का कहना था कि इस बात की पुष्टि के लिए व्यवहारिक रूप से प्रतिबंधों के हटने का असर दिखाई देना चाहिए।
इराक़ची ने कहा कि हमारे लिए जो बात अहम है वह प्रतिबंधों के हटने का असर है, काग़ज़ पर एक दस्तख़त से प्रतिबंधों को हटाया जा सकता है, लेकिन उसका असर ज़मीन पर ही दिखाई देता है।
उन्होंने कहा कि अमरीकियों को प्रतिबंधों की लत सी लग गई है, परमाणु समझौते के बाद ओबामा शासनकाल से ही अमरीका ने उसका उल्लंघन करना शुरू कर दिया था, ताकि इस समझौते से ईरान को पहुंचने वाले लाभ को कम से कम किया जा सके।
उन्होंने कहा कि परमाणु समझौते के तहत किए गए वादों में कमी हमारे राष्ट्रीय हित में है, अगर हम यह क़दम नहीं उठाते तो निश्चित रूप से परिस्थितियां और कठिन होतीं और अमरीका अपनी मांगों में वृद्धि करता रहता।
इराक़ची ने कहा कि परमाणु समझौते में नुक़सान की बात एक गंभीर विषय होगा, ईरान के सर्वोच्च नेता वार्ता को लेकर आशावादी नहीं थे और सभी मामलों में यह स्पष्ट हो गया कि वे सही थे।