सीरिया में रविवार को संसदीय चुनाव के लिए वोट डाले गए और कोरोना वायरस भी मतदान के लिए लोगों के उत्साह को कम नहीं कर सका।
लगभग दस साल पहले सीरिया में शुरू हुए आतंकी संकट के बाद इस देश में छठे चुनाव में लोगों ने भारी संख्या में मतदान में हिस्सा लिया। रविवार को मतदान शुरू होने के बाद पूरे सीरिया में दसियों लाख लोगों ने अपने अपने घरों से निकल कर मतदान किया। कोरोना वायरस से संक्रमण के ख़तरे के चलते लोगों ने स्वास्थ्य संबंधी निर्देशों और सामाजिक दूरी का पालन किया। दस साल पहले लाखों आतंकियों ने सीरिया में घुस कर ख़ून का बाज़ार गर्म कर दिया था लेकिन उसके बावजूद अब तक इस देश में पिछले दस साल में छः चुनाव आयोजित हो चुके हैं जिनमें दो संसदीय चुनाव, दो नागरिक व ग्रामीण परिषदों के चुनाव और एक राष्ट्रपति चुनाव है। रविवार को पिछले दस साल में छठा चुनाव आयोजित हुआ।
इस बीच सीरिया के विदेश मंत्री वलीद अलमुअल्लिम ने संसदीय चुनाव को सीरिया में विदेशी हस्तक्षेप को कम करने और देश के पुनर्निर्माण में तेज़ी का कारण बताया है। उन्होंने रविवार को मतदान करने के बाद कहा कि इस चुनाव का आयोजन करके सीरिया की सरकार ने संप्रभुता की रक्षा के प्रति अपनी कटिबद्धता सिद्ध कर दी है। सीरियाई विदेश मंत्री ने कहा कि सीरिया की जनता ने इस चुनाव में भाग लेकर अपने देश में हर प्रकार के विदेशी हस्तक्षेप को नकार दिया है। सीरिया में रविवार को होने वाले संसदीय चुनाव में 200 महिलाओं समेत 1,656 उम्मीदवार हैं जिनके बीच संसद की 250 सीटों के लिए मुक़ाबला है।