रूस के बारे में यूरोपीय संघ के दृष्टिकोण की पाकिस्तान ने आलोचना की है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने यूरोपीय संघ के इस दबाव की कड़ी निंदा की है कि उनका देश रूस की भर्त्सना करे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक स्वतंत्र देश है।
इमरान ख़ान का कहना है कि उनका देश यूरोपीय संघ के आदेशानुसार काम नहीं करेगा। उन्होंने पाकिस्तान के कराची नगर में लोगों को संबोधित करते हुए यूरोपीय संघ के उस संदेश का उल्लेख किया जिसमें कहा गया था कि इस्लामाबाद, माॅस्को के विरुद्ध बयान जारी करे और संयुक्त राष्ट्रसंघ में रूस की निंदा करे। इमरान ख़ान का कहना था कि हम किसी के आदेश के अनुसार अपनी नीतियां नहीं बनाते।
याद रहे कि यूक्रेन के विरुद्ध रूस की सैन्य कार्यवाही के बाद अमरीका और नेटो की नीतियों का अनुसरण करते हुए यूरोपीय संघ ने रूस के विरुद्ध कड़े प्रतिबंधों की घोषणा की थी। अब उसकी इच्छा है कि दूसरे देश भी एसा ही करें।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इससे पहले यह भी कह चुके हैं कि अफ़ग़ानिस्तान में नेटो का समर्थन करने से उनके देश को अरबों डाॅलर का नुक़सान हुआ और हज़ारों की संख्या में लोग मारे गए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष में पाकिस्तान के सहयोग और उसकी सहकारिता को नेटो ने पूरी तरह से अनदेखा कर दिया।