यमन की उच्च क्रांतिकारी समिति के प्रमुख ने कहा है कि अमरीका हर उस शख़्स को आतंकी कहता है जो साम्राज्य और उसकी नीतियों का विरोध करता है।
मोहम्मद अली अलहूसी ने कहा कि हमास, हिज़्बुल्लाह और जेहादे इस्लामी का नाम अमरीका की आतंकवादियों की लिस्ट में इसलिए शामिल है, क्योंकि ये आंदोलन अमरीकी नीतियों का विरोध करता है।
उन्होंने कहा कि अमरीका उस शासन से हाथ मिलाता है जो उसकी नीतियों का समर्थन करता है चाहे इस्राईल जैसा आतंकवादी अपराधी क्यों न हो।
ग़ौरतलब है कि अमरीकी विदेश मंत्रालय ने 10 जनवरी को यमन के अंसारुल्लाह आंदोलन को आतंकवादी क़रार दिया और इस आंदोलन के नेताओं पर पाबंदी लगाने का एलान किया।
अमरीका के इस फ़ैसले की यमन के कुछ दलों, अधिकारियों और गुटों की ओर से व्यापक निंदा हो रही है।