रूस और सीरिया ने एक संयुक्त बयान में अमरीका को चेतावनी दी है कि वह सीरिया में अधिक अस्थिरता पैदा करने से बचे
रशा टूडे की रिपोर्ट के अनुसार सीरियाई शरणार्थियों की वापसी के लिए सीरिया व रूस की संयुक्त समिति ने शुक्रवार को एक संयुक्त बयान जारी किया जिसमें कहा गया है कि सीरिया के अर्रुकबान शरणार्थी शिविर में रहने वाले सीरियाई नागरिक, अपना और अपने बच्चों का पेट पालने के लिए अमरीका समर्थित आतंकवादी गुटों से जुड़ने पर विवश हो गये हैं।
रूस और सीरिया के इस संयुक्त बयान में कहा गया है कि सीरिया के कुछ हिस्सों पर अमरीका और उसके घटकों के अवैध क़ब्ज़े की वजह से आम नागरिकों का जीवन और अधिक दुखों से भर गया है और सीरिया में सामान्य जन जीवन की ओर वापसी अधिक कठिन हो गयी है।
याद रहे दक्षिण पूर्वी सीरिया में स्थित अत्तनफ क्षेत्र में अर्रुकबान शरणार्थी शिवर अमरीकी सैनिकों के अंतर्गत काम करने वाले आतंकवादी गुटों की देख रेख में है। इन आतंकवादियों की निगरानी अत्तनफ सैन्य छावनी में मौजूद अमरीकी सैनिक करते हैं।
रूस ने कई बार अमरीका को चेतावनी देते हुए मांग की है कि वह इस शरणार्थी शिविर से सीरिया के नागरिकों को निकलने दे।
अमरीका सीरिया में आतंकवादियों को हथियार देने के साथ ही साथ, आतंकवादियों के प्रभाव वाले क्षेत्रों से शरणार्थियों को सीरियाई सरकार के अधिकृत क्षेत्रों की ओर जाने भी नहीं देता।
अमरीका पड़ोसी देशों से भी सीरियाई नागरिकों को अपने घरों तक की तरफ वापसी में रुकावट पैदा करता है।
इस से पहले भी अंतरराष्ट्रीय संगठनों में रूस के प्रतिनिधि ने कहा था कि अमरीका मानवता प्रेमी सहायता की आड़ में सीरिया के आतंकवादियों को हथियार भेजता है।