कामयाबी की हर किसी के लिए एक विशेष व्याख्या होती है लेकिन कुछ विशेषताएं ऐसी होती हैं जो लगभग सभी सफल लोगों में एक समान होती हैं जैसे दृढ़ता और लगन।
आगे पढ़ें ...-
-
अमरीकी ईसाई किशोरी ओलीविया ने 10 अप्रैल को यह कहकर मां बाप को चौंका दिया कि मैं रोज़ा रखूंगी फिर धीरे धीरे पूरे घर का माहौल बदलने लगा...
अप्रैल 30, 2021 - 9:02 pmअमरीका की ईसाई किशोरी ओलीविया ने यह फ़ैसला किया कि वह अपनी मुसलमान सहेलियों के साथ रोज़ा रखेगी। इस फ़ैसले का उसके परिवार ने स्वागत किया।
आगे पढ़ें ... -
बराबरी का पाठ सिखाने वाले यूरोप में महिलाओं के साथ घोर भेदभाव, रोचक रिपोर्ट अवश्य पढ़ें...
नवंबर 3, 2020 - 9:06 pmयूरोप में लैंगिक समानता पर शोध करने वाली एक संस्था ने ताज़ा रिपोर्ट में बताया है कि दुनिया के विकासशील समझे जाने वाले क्षेत्र यूरोप में महिलाओं को पुरुषों के बराबर होने में कम से कम 60 साल लगेंगे।
आगे पढ़ें ... -
बच्चे की तरबियत में मां का किरदार
अप्रैल 29, 2019 - 7:37 pmतरबियत इंसानी समाज में एक ऐसी ज़रूरत है जिसकी ज़रूरत को दुनिया की सारी क़ौमों में महसूस किया जा सकता है, यही वजह है कि हर क़ौम और सारे वालेदैन की कोशिश होती है कि अपने बच्चों को बचपन से ही तहज़ीब, अदब, कल्चर और सही रस्म व रिवाज की तालीम दी जाए ताकि वह ख़ुद भी एक अच्छा इंसान बन सके और उन सारी चीज़ों को आने वाली नस्लों तक पहुंचा सके
आगे पढ़ें ... -
बच्चों को कैसे अच्छे संस्कार दें
अप्रैल 29, 2019 - 7:28 pmअगर आप चाहते हैं आप के बच्चे आप का अपमान न करें तो आप भी उनका अपमान न करें, अफ़सोस की बात यह है कि कुछ वालेदैन इस अहम बात की ओर ध्यान नहीं रखते और वह ख़ुद बच्चों को कभी सम्मान नहीं देते, उसके दोस्तों और साथियों के सामने उसका अपमान करते हैं और उनसे हमेशा अपने लिए सम्मान चाहते हैं, याद रहे हम जो उसे देंगे वही हमें वापिस मिलेगा।
आगे पढ़ें ... -
पश्चिमी समाज मे औरत का शोषण
अप्रैल 4, 2019 - 3:58 pmयूरोप में औरत एक गुड़िया की तरह रह गई थी बल्कि अगर यह कहा जाए कि समाज में वह एक ग़ुलाम या नौकर की तरह थी तो ग़लत नहीं होगा, कई आन्दोलन उसको अपने पति की ग़ुलामी और उस वातावरण मे उसके पिछड़ेपन से बाहर निकालने के लिए शुरू किए गए।
आगे पढ़ें ... -
बीवी क्या करे कि घर जन्नत की मिसाल हो
नवंबर 16, 2018 - 10:08 amमाफ़ कीजिए आगे ध्यान रहेगा, या माफ़ कर दीजिए फिर कभी शिकायत का मौक़ा नहीं दूंगी.... अल्लाह का ख़ौफ़ दिल में रखने वाली समझदार बीवी जब इस जुमले को कहेगी तो यक़ीन जानिए कि शैतान के लिए घर में झगड़ा करवाने का कोई हथियार बाक़ी नहीं बचेगा।
आगे पढ़ें ... -
अमेरिका में महिलाओं के प्रति पक्षपाती रवैय्या।
जनवरी 29, 2018 - 12:18 pmअमेरिकी सरकार की पॉलिसियों के कारण स्वंय उस देश की महिलाओं को दूसरे देशों की तुलना में सबसे अधिक हिंसा और अत्याचार का निशाना बनाया जाता है।
आगे पढ़ें ... -
बच्चों के सामने वाइफ की बुराई।
जून 10, 2017 - 11:48 pmबच्चे के सामने मां-बाप में से किसी एक का अपमान वास्तव में उसकी भावनाओं के केंद्र और आत्मविश्वास के मजबूत स्तंभ को तहस-नहस करने के समान है। इसी तरह जब मां-बाप में से कोई एक बच्चे के सामने दूसरे की आलोचना करता है उसकी बुराई करता है तो वास्तव में वह बच्चे के अंदर अपमान और मां-बाप की बात न मानने की भावना को मजबूत करता है। इसलिए कुछ समय के बाद उस घर में ना तो बाप का सम्मान रहेगा और ना ही मां किसी सम्मान के लायक समझी जाएगी।
आगे पढ़ें ... -
बच्चों के लड़ाई झगड़े को कैसे कंट्रोल करें?
मई 10, 2017 - 11:11 pmहमें यह बात भी मालूम होनी चाहिए कि बच्चों की आदत हमेशा नहीं रहेगी बल्कि उम्र के साथ-साथ खुद-ब-खुद खत्म हो जाएगी अगर मां-बाप उनके बचपन की एक्टिविटीज को एक सच्चाई के तौर पर मान लें तो फिर किसी हद तक उन्हें इत्मीनान हो जाएगा
आगे पढ़ें ... -
पत्नी का सम्मान।
अप्रैल 9, 2017 - 11:18 pmअगर आप अपनी बीवी का ऐहतेराम करेंगे तो वह भी आपका ऐहतेराम करेगी और इस तरह आप लोगों के बीच मोहब्बत और प्रेम में और बढ़ोतरी होगी जिसके कारण लोगों के बीच आप दोनों का भी सम्मान किया जाएगा
आगे पढ़ें ... -
इस्लाम में औरत का महत्व (3)
मई 16, 2014 - 10:58 pmशादी इंसानी ज़िन्दगी का महत्वपूर्ण मोड़ है जब दो इंसान अलग जेन्डर से होने के बावजूद एक दूसरे की ज़िन्दगी में सम्पूर्ण रूप से दख़ील हो जाते हैं और हर को दूसरे की ज़िम्मेदारी और उसके भावनाओं का पूरे तौर पर ख़्याल रखना पड़ता है। इख़्तिलाफ़ के आधार पर हालात और स्वभाव की मांगें भिन्न होती हैं लेकिन हर इंसान को दूसरे के भावनाओं के दृष्टिगत अपनी भावनाओं और एहसास की सम्पूर्ण क़ुरबानी देनी पड़ती है।
आगे पढ़ें ... -
इस्लाम में औरत का महत्व (2)
मई 16, 2014 - 10:52 amउसकी निशानियों में से एक यह है कि उसने तुम्हारा जोड़ा तुम ही में से पैदा किया है ताकि तुम्हे उससे ज़िन्दगी का सुकून हासिल हो और फिर तुम्हारे बीच मुहब्बत व रहमत की भावना बताया है। आयते करीमा में दो अहम बातों की तरफ़ इशारा किया गया है
आगे पढ़ें ... -
इस्लाम में औरत का महत्व (1)
मई 15, 2014 - 10:23 pmइस्लाम में औरत के महत्व को जानने से पहले इस बात पर ध्यान देना चाहिये कि इस्लाम ने इन बातों को उस समय पेश किया जब बाप अपनी बेटी को ज़िन्दा दफ़्न कर देता था और उस कुरूरता को अपने लिये सम्मान और सम्मान का कारण समझता था। औरत दुनिया के हर समाज में बहुत मूल्यहीन प्राणी समझा जाता था।
आगे पढ़ें ... -
सुप्रीम लीडर की ज़बानीः
समाज में औरत का अहेम रोल
जनवरी 22, 2013 - 12:00 amऔरत के विषय को आज की दुनिया का एक महत्वपूर्ण विषय कहना चाहिये जो हर मुल्क, हर कल्चर, हर सुसॉईटी का विषय है लेकिन अफ़सोस की बात है कि आज तक किसी भी मुल्क और सुसॉइटी में इस विषय पर इस तरह बात नहीं की गई और उसे इस तरह बयान नहीं किया गया जो उसका अधिकार था.........
आगे पढ़ें ... -
इस्लामी जगत और महिला अधिकार
नवंबर 4, 2011 - 12:00 amमानव समाज की आधी जनसंख्या के रूप में महिला को यद्यपि विदित रूप से दृष्टिगत रखा गया है तथा उनके अधिकारों और स्थान के बारे में बातें की जाती हैं.....
आगे पढ़ें ... -
विश्व की महिलाएं और विभिन्न विकल्प
अक्तूबर 7, 2011 - 12:00 amइस समय महिलाएं सुरक्षित जीवन की दृष्टि से अतीत की तुलना में बेहतर स्थिति में हैं। इस समय महिलाएं आर्थिक क्षेत्रों में उन्हें उचित शिक्षा सुविधा प्राप्त है...
आगे पढ़ें ... -
पर्दा ही नारी की सुंदरता है
जुलाई 7, 2011 - 12:00 amभारतीय नारी तो नारीत्व का, ममता का, करुणा का मूर्तिमान रूप है और पश्चिम कि सभ्यता औरत को एक नुमाइश कि चीज़ समझती है. ....
आगे पढ़ें ... -
हज़रत अली (अ) और कूफे के अनाथ
जून 24, 2011 - 12:00 amएक दिन हज़रत अली अलैहिस्सलाम ने देखा कि एक औरत अपने कंधे पर पानी की मश्क उठाए हुए ले जा रही है आपने इस औरत से मश्क ले ली और मश्क उसके घर पहुंचा दी. पानी की मश्क उसके घर तक पहुंचाने के बाद आपने उसका हाल चाल भी पूछा.
आगे पढ़ें ... -
वर्ष 2010 और महिलाएं
जून 18, 2011 - 12:00 amवर्ष 2010 भी विभिन्न उतार चढ़ाव के साथ समाप्त हो गया। इस वर्ष भी विश्व की आधी जनसंख्या के रूप में महिलाएं, विभिन्न मामलों में उलझी रहीं जिनमें से कुछ उनसे विशेष थे। इस कार्यक्रम में हम पिछले वर्ष 2010 में महिलाओं और परिवार के विभिन्न मामलों पर एक दृष्टि डालने जा रहे हैं।
आगे पढ़ें ... -
इतिहास रचने वाली कर्बला की महिलाएं
जून 4, 2011 - 12:00 amबहुत से महापुरुष और वे लोग जिन्होंने इतिहास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उनकी सफलता के पीछे दो प्रकार की महिलाओं का बलिदान और त्याग रहा है। पहला गुट उन मोमिन और बलिदानी माताओं का है जो इस प्रकार के बच्चों के पालन पोषण में सफल हुईं। दूसरा गुट उन महिलाओं का है जो अपने पति के कांधे से कांधा मिलाकर कठिन से कठिन घटनाओं के समक्ष डट गयीं। इस प्रकार से घटना के पीछे या विभिन्न मंचों पर परोक्ष रूप से महिलाओं की भूमिका की अनदेखी नहीं की जा सकती
आगे पढ़ें ...
- 1