इमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः जो भी अल्लाह के आदेशों का पालन करेगा वह व प्रतिष्ठित और सक्षम व शक्तिशाली होगा।
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अल्लाह की नाफ़रमानी से बचना।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः उस चीज़ में किसी की आज्ञापालन न करो जिस पर अमल करने से अल्लाह की अवज्ञा होती हो।
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आख़ेरत में अल्लाह की दया का पात्र कौन बनेगा।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः आख़ेरत में अल्लाह की दया की निगाह उस पर होगी जो इस दुनिया में उसके आदेशों पर अमल करेगा।
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अल्लाह के आदेशों का पालन।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः अल्लाह के आदेशों का पालन उसके ग़ुस्से को शांत कर देता है।
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जन्नत हासिल करने का तरीक़ा।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः अल्लाह के आदेशों पर अमल करने का फल जन्नत है।
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गुनाह बढ़ जाने के कारण।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः जब भी अल्लाह के आदेशों पर अमल कम हो जायेगा, गुनाह ज़्यादा हो जायेंगे।
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पैग़म्बरे इस्लाम का दोस्त कौन है?
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः पैग़म्बरे इस्लाम का दोस्त वह है जो अल्लाह के आदेशों का पालन करता है चाहे उनका क़रीबी रिश्तेदार न भी हो।
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सबसे प्रिय बंदा।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः अल्लाह के समीप सबसे प्रिय वह बन्दा है जो सबसे अच्छे तरीक़े से उसके आदेशों का पालन करता है।
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अल्लाह के आदेश का पालन
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः अल्लाह के आदेश का पालन और नेक काम दोनों लाभदायक व्यापार हैं।
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बड़ों के आदेश का पालन करना।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः अपने बड़ों के आदेश का पालन करो ताकि तुम्हारे छोटे भी तुम्हारे आदेश का पालन करें।
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अल्लाह से डरना और उसकी कृपा के प्रति उम्मीदवार रहना।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः हर हालत में अल्लाह के आदेश का पालन करो और तुम्हारे दिल में उसका डर रहे, साथ ही उसकी कृपा के प्रति उम्मीदवार भी रहो।
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बीमारियों से बचना।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः जो तरह तरह के भोजन खाने का आदी हो जाये उसे तरह तरह की बीमारियों को दावत दे दी है।
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बीमारियों से सुरक्षित रहने का रहस्य।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः जिसका खाना कम होगा वो बहुत सी बीमारियों से सुरक्षित रहेगा।
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खाना कम खाना।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः बहुत कम लोग ऐसे हैं जो खाना ज़्यादा खायें और बीमार न हों।
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सच से मोड़ना।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः जो भी सच के रास्ते से मुंह मोड़ेगा वह ऐसे रास्ते पर चला जायेगा जिसमें वह बर्बाद हो जायेगा।
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तौबा।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः तौबा करने से गुनाह न करना आसान है।
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न्याय।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः दुश्मन के साथ भी न्याय करो।
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मुसलमान चापलूस नहीं होता।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः मुसलमान कदापि चापलूस नहीं होता।
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जवानी और स्वास्थ्य।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः दो अनुकंपाएं ऐसी हैं जिनका क़ीमत कोई नहीं जानता सिवाए उसके जो उन्हें खो चुका होता है, जवानी और स्वास्थ्य।
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दान देने में ज़्यादती न करें।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः दान करो लेकिन ज़्यादती न करो।
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इल्म का महत्व।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः इल्म, मुसलमानों की खोई चीज़ है, इल्म हासिल करो भले ही इल्म देना वाला मुसलमान न हो।
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दोस्त और दोस्ती का महत्व।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः सबसे कमज़ोर आदमी वह है जो अपने लिए दोस्त न खोज पाए और उससे भी कमज़ोर आदमी वह है जो अपने दोस्तों को खो दे।
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अक़्लमंदी।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः अक़्लमंदी यह है कि जो जानते हो उसे कहो और जो कहते हो उसे अमली बनाओ।
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तीन ग़लत आदतें
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः तीन आदतों से दूर रहो, ईर्ष्या, लोभ व घमंड।
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तबाही।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः जिसने अपने मूल्य को न पहचाना वह तबाह हो गया।
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धोखे में आना
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः दुनिया सपना है और उसके धोखे में आना पछतावा जो कमाई में आने वाली कठिनाइयों पर संयम से काम नहीं लेता उसे वंचितता का दुख सहन करना पड़ता है।
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मोमिन की ख़ुशी और उसका दुख।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः मोमिन की ख़ुशी उसके मुख पर होती है तथा उसका दुख उसके दिल में।
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अपने संस्कार, अपनी संतान पर मत थोपो।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः अपने संस्कार, अपनी संतान पर मत थोपो क्योंकि वे तुम्हारे युग से भिन्न युग के लिए बने हैं।
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आलसी आदमी।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः जो आलसी होता है वह न अपनी ज़िन्दगी के कर्तव्यों का पालन करता है और न ही अल्लाह के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वाह।
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काम आने वाली दोस्ती।
जुलाई 14, 2014 - 7:14 अपराह्नइमाम अली अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैः कठिनाईयों में काम आने वाली दोस्ती को, भली तरह सुरक्षित रखो।
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