रात का भयानक सपना, यह गज़्ज़ावासियों का इस्राईल से मुक़ाबले के नये हथियार का नाम है।
फिलिस्तीनी किशोरों ने इस्राईल और सीमा पर स्थिति यहूदी बस्तियों में रहने वालों के लिए नया हथियार इस्तेमाल करने का सिलसिला शुरु किया है और उसका नाम रखा है, रात का भयानक सपना!
दर अस्ल इस्राईल ने गज़्ज़ा पट्टी का वर्षों से घेराव कर रखा है जिसकी वजह से इसे दुनिया की सब से बड़ी जेल तक कहा जाता है। इस क्षेत्र के निवासियों ने कई महीनों से वापसी मार्च का सिलसिला शुरु कर रखा है जिसके दौरान वह अपने अधिकारों की वापसी और ग़ज्ज़ा की घेराबंदी को समाप्त करने के लिए शांति पूर्ण प्रदर्शन करते हैं किंतु उन्हें इस्राईली सैनिकों की गोलियों से जवाब दिया जाता है। अब तक लगभग दौ सौ फिलिस्तीनी इस प्रकार की फायरिंग में शहीद हो चुके हैं।
चूंकि फिलिस्तीनियों के पास हथियार नहीं है इस लिए वह इस्राईल से मुक़ाबले के नित नये साधन तलाश करते हैं।
कुछ दिनों से आग लगाने वाली पतंग से उन्होंने इस्राईली अधिकारियों की नींद उड़ा रखी है क्योंकि इन पतंगों से करोड़ों डालर का नुकसान हो चुका है क्योंकि इससे इस्राईलियों के खेतों और खलिहानों में आग लग जाती है।
अब फिलिस्तीनियों ने एक नया तरीका यह खोजा है कि रात में दो तीन सौ किशोर एकत्रित होते हैं और सीमा पर जाकर ढोल ताशे बजाते और चीख चीख कर गाते हैं ।
गाते बजाते और शोर खूब शोर मचाते यह किशोर बीच बीच में आग लगाने वाली पतंग भी इस्राईल की ओर उड़ा देते हैं जिसे आग लग जाती है।इस संदर्भ में इस्राईली अधिकारी और करम अबू सालिम में नगरपरिषद के प्रवक्ता रूनी केरिन ने कहा कि रात को होने वाला यह हंगामा, एक भयानक सपने की तरह है, वह , साउंड बम फेंक कर हंगामा शुरु करते हैं अब तो बेहद डर महसूस होता है।